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: /home/eklavya/mail/cur/ [ drwxr-x--x ]

name : 1580293299.M473849P12595.server.eklavya.in,S=10382,W=10556:2,
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	id f5GbELNcMV4zMQAAviDrCw
	(envelope-from <[email protected]>)
	for <[email protected]>; Wed, 29 Jan 2020 15:51:39 +0530
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	(envelope-from <[email protected]>)
	id 1iwkTb-0003H1-6H
	for [email protected]; Wed, 29 Jan 2020 15:51:39 +0530
To: [email protected]
Subject: New article submission by Shiva Deep Bhatt for Srote!
X-PHP-Script: www.eklavya.in/index.php for 223.238.183.219
X-PHP-Originating-Script: 511:class.phpmailer.php
Date: Wed, 29 Jan 2020 15:51:39 +0530
From: Eklavya Team <[email protected]>
Reply-To: [email protected]
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This is a multi-part message in MIME format.

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Content-Type: text/plain; charset=utf-8
Content-Transfer-Encoding: 8bit


Dear Chakmak Team,

You have a new article submission on Eklavya's website.

Submission details are.......

Name: Shiva Deep Bhatt

Email: [email protected]

Subject: एक शिक्षिका की जुबानी : बच्चों के किस्से

Content/Article:

                                    बच्चों के किस्से: रेखा मैडम की जुबानी 

बकरी

एक दूसरी कक्षा के बच्चे द्वारा रेखा मैडम से पुछा गया: 

मैडम आप बकरी चराने कब जाते हो?

(मैडम बच्चे को देखती रही और समझ नहीं पायी की क्या जवाब दूँ|) 

पुष्पा मैडम ने ये बात सुनी और बोली: 11 साल बाद जब मैडम रिटायर हो जायेगी तो मैडम बकरी चराने जायेगी और उनके पति बजरी निकालने|

बच्चा मुस्कुरा के अपनी जगह पर बैठ गया|

रेखा जी सोचती रही की बच्चों का मन कितना साफ़ होता है| बस बात उनके साथ व्यवहार बनाने की है| इससे वो अपने मन की जिज्ञासाओं को आपके सामने खुल कर रख पाते हैं| मासूमियत ही तो है कि बच्चा ऐसे सवाल कर रहा है जो उसके परिवेश के हों|   





झूटे दादा:

चौथी कक्षा का एक बच्चा मैडम  मेरे दादा झूट बोलते हैं|

रेखा जी: क्यूँ? क्या हुआ?

बच्चा: दादा ने कल खुद बिस्तर में सूसू करी और सुबह उठने के बाद मेरा नाम लगा दिया|

मैडम: देखो वो बीमार हैं और कमजोर भी, जब तुम बहुत छोटे थे तो तुमको भी पता नहीं चलता था न की तुमको सूसू आ रही है वैसे ही उनको पता नहीं चला, और सब उनकी मज़ाक न उडाये इसलिए उन्होंने तुम्हारा नाम लगा दिया होगा|





खोयी हुई मुस्कान:

एक बच्चा: मैडम आपको पता है इसकी मम्मी इसको और इसके ६ महीने के भाई को छोड़ कर इसकी नानी के घर चली गयी|

(रेखा जी २ मिनट के लिए कुछ नहीं बोल पायी, उस बच्चे की तरफ देखा जिसकी माँ उसे छोड़ कर चली गयी थी और बोली)

रेखा जी: बेटा चिंता मत करना, मम्मी वापस आ जायेगी| हो सकता है कोई ज़रूरी काम हो|

बच्चा: नहीं मैडम मम्मी नहीं आएगी, पापा मम्मी को बहुत पीटता है|

.

.

.

.

.

8 महीने बाद 

.

.

बच्चा (मैडम का हाथ पकड़कर बोला) : मैडम मम्मी आ गयी|

(रेखा जी खुद को रोक नहीं पायी और उनका दिल भर उठा| ऐसा लगा मानो कोई खोयी हुई चीज़ उनको मिल गयी है| शायद वह चीज़ उस बच्चे की आँखों की चमक और उसके चेहरे की मुस्कान थी)|





------------ end of content/article ----------

Web Admin
Eklavya, Bhopal


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Content-Transfer-Encoding: 8bit

<p>Dear Chakmak Team,</p>
<p>You have a new article submission on Eklavya's website.</p>
<p>Submission details are.......</p>
<p>Name: <strong>Shiva Deep Bhatt</strong></p>
<p>Email: <strong>[email protected]</strong></p>
<p>Subject: <strong>एक शिक्षिका की जुबानी : बच्चों के किस्से</strong></p>
<p><strong><span style="text-decoration: underline;">Content/Article:</span></strong></p>
<p>                                    बच्चों के किस्से: रेखा मैडम की जुबानी <br />
बकरी<br />
एक दूसरी कक्षा के बच्चे द्वारा रेखा मैडम से पुछा गया: <br />
मैडम आप बकरी चराने कब जाते हो?<br />
(मैडम बच्चे को देखती रही और समझ नहीं पायी की क्या जवाब दूँ|) <br />
पुष्पा मैडम ने ये बात सुनी और बोली: 11 साल बाद जब मैडम रिटायर हो जायेगी तो मैडम बकरी चराने जायेगी और उनके पति बजरी निकालने|<br />
बच्चा मुस्कुरा के अपनी जगह पर बैठ गया|<br />
रेखा जी सोचती रही की बच्चों का मन कितना साफ़ होता है| बस बात उनके साथ व्यवहार बनाने की है| इससे वो अपने मन की जिज्ञासाओं को आपके सामने खुल कर रख पाते हैं| मासूमियत ही तो है कि बच्चा ऐसे सवाल कर रहा है जो उसके परिवेश के हों|   <br />
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झूटे दादा:<br />
चौथी कक्षा का एक बच्चा मैडम  मेरे दादा झूट बोलते हैं|<br />
रेखा जी: क्यूँ? क्या हुआ?<br />
बच्चा: दादा ने कल खुद बिस्तर में सूसू करी और सुबह उठने के बाद मेरा नाम लगा दिया|<br />
मैडम: देखो वो बीमार हैं और कमजोर भी, जब तुम बहुत छोटे थे तो तुमको भी पता नहीं चलता था न की तुमको सूसू आ रही है वैसे ही उनको पता नहीं चला, और सब उनकी मज़ाक न उडाये इसलिए उन्होंने तुम्हारा नाम लगा दिया होगा|<br />
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खोयी हुई मुस्कान:<br />
एक बच्चा: मैडम आपको पता है इसकी मम्मी इसको और इसके ६ महीने के भाई को छोड़ कर इसकी नानी के घर चली गयी|<br />
(रेखा जी २ मिनट के लिए कुछ नहीं बोल पायी, उस बच्चे की तरफ देखा जिसकी माँ उसे छोड़ कर चली गयी थी और बोली)<br />
रेखा जी: बेटा चिंता मत करना, मम्मी वापस आ जायेगी| हो सकता है कोई ज़रूरी काम हो|<br />
बच्चा: नहीं मैडम मम्मी नहीं आएगी, पापा मम्मी को बहुत पीटता है|<br />
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8 महीने बाद <br />
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बच्चा (मैडम का हाथ पकड़कर बोला) : मैडम मम्मी आ गयी|<br />
(रेखा जी खुद को रोक नहीं पायी और उनका दिल भर उठा| ऐसा लगा मानो कोई खोयी हुई चीज़ उनको मिल गयी है| शायद वह चीज़ उस बच्चे की आँखों की चमक और उसके चेहरे की मुस्कान थी)|<br />
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<p><strong>Web Admin</strong><br />Eklavya, Bhopal</p>



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