पिछले अंक में पूछा गया सवाल: एक गिलास को करीब आधा पानी से भरकर उसमें कॉक डालें तो वह तैरने लगता है। परन्‍तु बीच में न रहकर किनारे से सट जाता है। आपको बताना है कि बिना कॉर्क को छुए क्‍या रकं कि कॉर्क किनोर से सटकर तैरने की बजाए बीच में तैरे?

बहुत ही आसान है इसका जवाब – एक दूसरे गिलास से इस कॉर्क वाल गिलास मे अत्‍यन्‍त सावधानी पूर्वक पानी धीरे-धीरे उड़ेलिए। ऐसा करते-करते कॉर्क वाला गिलास पानी से भर जाएगा यानी पानी गिलास के किनारो तक आ जाएगा। उसके बाद भी उसमें पानी उड़ेलते रहिए। अब ड्रॉपर की मदद लेना बेहतर होगा क्‍योंकि झटका बिल्‍कुल भी नहीं लगना चाहिए। धीरे-धीरे कॉर्क वाले गिलास के पानी का तल बाहर ऊपर की ओर निकल आएगा और ऐसी स्थिति में कॉर्क किनारे से सरककर बीच में आ जाएगा।

इस बार ‘ज़रा सिर तो खुजलाइए’ पृष्‍ठ नंबर 85 पर

खिलौलो को तोड़ने और जोड़ने में ही बच्‍चों को सबसे ज्‍़यादा मज़ा आता है। बच्‍चे हमेशा किसी-न-किसी खेजबीन में व्‍यस्‍त रहते हैं। वे इधर-उधर का कबाड़ इकट्ठा कर उससे कुछ-न-कुछ रचनात्‍मक बनाते ही रहते हैं। आसपास बिखरी माचिस की डिब्‍बी, कागज़, धागे की खाली गिट्टी, पुरानी चप्‍पल आदि जैसी चीजों  से कुद बनाकर विज्ञान के प्रयोग करने और समझने की किताबें।