क्या आप एलर्जी से ग्रस्त हैं? साइंटिफिक अमेरिकन एलर्जी आर्केस्ट्रा ने खोजा है कि परागकणों से लेकर पालतू पशुओं के बाल तक कैसे हमारे शरीर में बदलाव करते हैं।
छींकना?खुजली? शायद मौसमी एलर्जी आपके प्रतिरक्षा तंत्र को बदल सकती है। हमारा प्रतिरक्षा तंत्र संगीत कक्षों की तरह होता है प्रत्येक का अपना काम होता है।
डेंड्राइटिक कोशिकाएं बाहरी आक्रमणकारियों से हमारे शरीर की रक्षा करती हैं। बैक्टीरिया के प्रति ये एंटी-बैक्टीरियल प्रतिक्रिया देती हैं और वायरस के प्रति भी।
बैक्टीरिया या वायरस शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं लेकिन एलर्जीकारी (एलर्जेन) एक हानिरहित पदार्थ होता है जो प्रतिरक्षा तंत्र को बेवकूफ बनाता है और अनुचित प्रतिक्रिया देने को बाध्य करता है। जब पहली बार कोई एलर्जेन आपके शरीर में प्रविष्ट होता है तब शरीर की बी-कोशिका उसके प्रति प्रतिक्रिया देती है और एक इम्युनोग्लोबुलिन प्रोटीन (IgE) छोड़ती है जो हमारे लिए रक्षा कवच की तरह काम करता है।

यह भविष्य के लिए संदर्भ प्रोग्राम बन जाता है। यह क्ष्ढ़क फेफड़ों, आहार नाल और नाक में पाई जाने वाली मास्ट कोशिका को मिल जाता है जहां यह खामोश पड़ा रहता है। यदि एलर्जेन फिर कभी दिखाई न दे तो कोई बात नहीं लेकिन यदि उस IgE से मैच करने वाला एलर्जेन फिर से आता है तो मास्ट कोशिका सक्रिय हो जाती है।
मास्ट कोशिकाओं की सक्रियता से शरीर में हिस्टेमिन और अन्य रसायनों की बाढ़ आ जाती है, तमाम प्रभाव शुरु हो जाते हैं, कोलाहल मच जाता है। रक्त वाहिनियां फैलती हैं औैर ऊतक फूल जाते हैं, बलगम बनता है और मांसपेशियों में सिकुड़न आ जाती है। इन सबकी वजह से गले में गीलापन और कड़कपन आ जाता है।

प्रत्येक एलर्जी के कारण ऐसा नहीं होता है। कई बार एलर्जी मास्ट कोशिका के केवल एक ही हिस्से को प्रभावित करती है, जैसे पेड़-पौधों के परागकण के कारण आंखों से पानी आना। लेकिन कुछ मामलों में एलर्जी के कारण मृत्यु भी हो सकती है।
क्यों कुछ लोगों का प्रतिरक्षा तंत्र हानिरहित पदार्थों के प्रति ज़्यादा प्रतिक्रिया देता है? वैज्ञानिकों का सोचना है कि पहली बार जो संपर्क होता है उसका समय महत्वपूर्ण है। जैसे, जन्म के बाद शुरुआती छ: माह में बच्चों का पालतू जानवरों से संपर्क उन्हें एलर्जी से बचाता है। इसका दूसरा पहलू आपके डीएनए में अंकित होता है। (स्रोत फीचर्स)