बोत्सवाना में पांच जंगली शेरनियों की अयाल विकसित हो गई है और उन्होंने नर शेरों की तरह व्यवहार करना शु डिग्री कर दिया है। यहां तक कि एक तो दूसरी मादा शेरनी पर गुर्राई और उसके साथ संभोग करने की भी कोशिश की।
नर शेरों की अयाल ही उन्हें विशिष्ट बनाती है। इसका इस्तेमाल वे मादा शेरनियों को आकर्षित करने के लिए करते हैं। नर शेर गर्जना करके अपने इलाके की रक्षा करते हैं और अपने परिवार के सदस्यों को पुकारते हैं। मादाओं में अयाल नहीं होती, न ही वे इतनी ज़ोरदार गर्जना करती हैं।
लेकिन कभी-कभी शेरनियां नर की तरह व्यवहार करती हैं और उनकी अयाल विकसित हो जाती है। हालांकि अभी तक इस तरह का व्यवहार बहुत ही दुर्लभ रहा है। शोधकर्ताओं का कहना है कि हम जानते थे ऐसा होता है लेकिन इस दौरान उनका व्यवहार कैसा होता है इसकी जानकारी बहुत कम है।
यूके के ससेक्स विश्वविद्यालय के जेफ्री डी. गिलफिलान और उनके साथियों ने बोत्सवाना में पांच ऐसी शेरनियों को चिन्हित किया। पिछले दो सालों से वे इनमें से एक शेरनी के व्यवहार की रिकार्डिंग कर रहे हैं। इसकी अयाल बहुत विकसित नहीं है और यह दूसरी शेरनियों से थोड़ी ज़्यादा लंबी है। इसके ज़्यादातर व्यवहार तो मादा की तरह ही हैं लेकिन कुछ व्यवहार नर शेरों की तरह हैं।

शोधकर्ताओं का कहना है कि इस तरह के व्यवहार का कारण टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन है। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर के बढ़ने का सीधा सम्बंध अयाल से होता है। जैसे, बंधिया नर शेरों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी की वजह से अयाल में कमी आ जाती है।
2011 में साउथ अफ्रीका के नेशनल जियोलॉजिकल गार्डन की एमा नामक शेरनी की अयाल उग आई थी। परीक्षण करने पर पाया गया कि उसके अंडाशय में समस्या होने के कारण टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ गया था जिसके कारण यह असर हुआ था। उपचार करके टेस्टोस्टेरोन का स्तर ठीक करने पर वह फिर से सामान्य शेरनी की तरह हो गई थी।
बोत्सवाना में उन पांच शेरनियों का अवलोकन करने पर पाया गया कि वे संभोग तो करती थीं मगर उनमें से किसी ने भी गर्भ धारण नहीं किया था। इसका कारण उनमें नर हार्मोन टेस्टोस्टेरोन का उच्च स्तर है। (स्रोत फीचर्स)