क्वांटम यांत्रिकी भौतिकी की एक ऐसी शाखा है जिसके निष्कर्ष और विचार कई बार चौंकाने वाले होते हैं। ऐसा ही एक विचार है एंटेंगलमेंट का। एंटेगलमेंट यानी उलझाव। ऐसा हो सकता है कि दो कण परस्पर उलझ जाएं। ऐसा होने पर यदि आप एक कण के साथ कोई क्रिया करेंगे तो उसका असर तत्काल दूसरे कण पर भी पड़ेगा, चाहे उन दो कणों के बीच पूरे एक प्रकाश वर्ष की दूरी हो। यह विचार इतना चौंकाने वाला है कि आइंस्टाइन ने इसे ‘दूरस्थ कणों के बीच प्रेत-अंतर्क्रिया’ कहकर खारिज कर दिया था।

पिछले कुछ वर्षों में वैज्ञानिकों ने इस तरह की दूरस्थ अंतर्क्रियाओं का अवलोकन किया है मगर वे अवलोकन परमाणु और इलेक्ट्रॉन जैसे अत्यंत सूक्ष्म कणों के संदर्भ में ही थे। लेकिन हाल ही में नेचर शोध पत्रिका में प्रकाशित दो शोध पत्रों में अपेक्षाकृत बड़ी वस्तुओं के बीच उलझाव का अवलोकन रिपोर्ट किया गया है।

नेदरलैंड्स के डेल्फ्ट विश्वविद्यालय के सिमोन ग्रोब्लेचर और उनके साथियों ने सिलिकॉन की चिप्स पर करीब 10-10 माइक्रोमीटर लंबे शहतीर उकेरे। बैक्टीरिया की साइज़ के ये शहतीर सितार के तार के समान कंपन कर सकते थे। सिलिकॉन चिप को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ दिया गया और पूरी जमावट को लगभग शून्य केल्विन तापमान पर रखा गया ताकि कंपन थोड़े मंद रहें। इसके बाद एक नियंत्रित लेसर पुंज की मदद से किसी एक शहतीर को थोड़ी-सी ऊर्जा दी गई ताकि वह दूसरी शहतीर के मुकाबले थोड़ा ज़्यादा तीव्र कंपन करने लगे। उपकरण से बाहर आने वाले प्रकाश के मापन से यह तो पता चल गया कि ऊर्जा में वृद्धि हुई है किंतु यह नहीं बताया जा सका कि किस शहतीर को ऊर्जा प्रदान की गई थी। यह क्वांटम उलझाव का लक्षण है। मगर यह उलझाव एक सेकंड के छोटे से अंश तक ही जारी रहा।

एक अन्य प्रयोग में फिनलैंड के आल्टो विश्वविद्यालय के मिका सिलान्पा की टीम ने एक अलग रास्ता अपनाया। उन्होंने सिलिकॉन चिप पर एलुमिनियम के पर्दे बनाए। ये पर्दे बाल की मोटाई के थे। पूरी जमावट को ठंडा करने के बाद माइक्रोवेव की मदद से इन पर्दों को कंपित किया गया - एक के कंपन दूसरे से उल्टे थे। इनकी गति के विश्लेषण से पता चला कि ये दोनों एक ही क्वांटम अवस्था में थे।
वैसे ये दो प्रयोग काफी सैद्धांतिक स्तर के लगते हैं किंतु शोधकर्ताओं का विचार है कि इनका सम्बंध क्वांटम कंप्यूटर और क्वांटम इंटरनेट के कामकाज से हो सकता है। इस दृष्टि से ये भविष्य की टेक्नॉलॉजी की आहट भी हो सकते हैं। (स्रोत फीचर्स)