प्रतिष्ठित कैंसर वैज्ञानिक इंदर वर्मा ने प्रोसीडिंग्स ऑफ दी नेशनल एकेडमी ऑफ साइन्सेज़ (PNAS) के मुख्य संपादक के पद से इस्तीफा दे दिया है। पिछले दिनों कई महिलाओं ने वर्मा पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया था।
वर्मा का इस्तीफा साइन्स पत्रिका में प्रकाशित एक आलेख के संदर्भ में आया है। इस आलेख में बताया गया था कि आठ महिलाओं ने वर्मा पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया है। कथित घटनाएं 1976 से 2016 के दरम्यान की हैं जब वर्मा साल्क इंस्टिट्यूट फॉर बायोलॉजिकल स्टडीज़ (कैलिफोर्निया) में कार्यरत थे।

हालांकि वर्मा ने इन आरोपों का ज़ोरदार खंडन किया है किंतु साल्क इंस्टिट्यूट ने 20 अप्रैल को उन्हें निलंबित कर दिया था। दरअसल, साइन्स पत्रिका ने इंस्टिट्यूट से महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोपों के संदर्भ में कई सवाल पूछे थे। वर्मा के खिलाफ आरोपों की जांच करने के लिए साल्क इंस्टिट्यूटने एक कानून कंपनी की सेवाएं ली थीं।

इसी दौरान PNAS ने वर्मा से कहा था कि वे तब तक अपने दफ्तर से दूर रहें जब तक कि यौन उत्पीड़न का मामला सुलझ नहीं जाता। इन आरोपों से जुड़े मुकदमों की सुनवाई संभवत: दिसंबर में शुरू होगी। इसी के चलते PNAS ने यह निर्णय लिया था कि वे नहीं चाहते कि एक ऐसा व्यक्ति प्रकाशन सम्बंधी निर्णयों को प्रभावित करने की स्थिति में रहे जिस पर यौन उत्पीड़न तथा जेंडर भेदभाव के आरोप लगे हैं। (स्रोत फीचर्स)