करीब 30 वर्ष पहले गैलिलियो अंतरिक्ष यान अपनी बृहस्पति यात्रा के दौरान धरती के पास से गुज़रा तो प्रतिष्ठित खगोलविद एवं विज्ञान संचारक कार्ल सैगन ने अंतरिक्ष से पृथ्वी पर जीवन के संकेत देखने के लिए एक प्रयोग सुझाया था। अंतरिक्ष यान के कैमरे अंतिम बार पृथ्वी की ओर घुमाए गए थे और पृथ्वी की तस्वीर उतारी गई थी। उस समय अंतरिक्ष यान को पृथ्वी पर मीथेन और ऑक्सीजन के उच्च स्तर दिखाई दिए थे। इसका मतलब था कि पृथ्वी की सतह पर प्रकाश संश्लेषण हो रहा है।

अब खगोलविदों ने एक क्षुद्रग्रह की ओर जा रहे अंतरिक्ष यान के साथ वही प्रयोग दोहराया है। इस यान ने 2017 के अंत में पृथ्वी की परिक्रमा की थी। इसे भी पृथ्वी पर जीवन के भरपूर चिंह मिले हैं लेकिन एक चिंताजनक बात भी नज़र आई है। अब पृथ्वी के वायुमंडल में कार्बन डाईऑक्साइड और मीथेन का स्तर गैलीलियो के ज़माने की बनिस्बत कहीं अधिक है।

टक्सन स्थित एरिज़ोना युनिवर्सिटी में ग्रह वैज्ञानिक और नासा के OSIRIS-REx मिशन के मूल अन्वेषक डांटे लॉरेटा के मुताबिक इस मिशन का प्रमुख लक्ष्य बैनू नामक क्षुद्रग्रह से सैम्पल लाना है। क्षुद्रग्रह बैनू एम्पायर स्टेट बिल्डिंगसे भी बड़ा है। पृथ्वी की करीबी यात्रा के दौरान यह अंतरिक्ष यान पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी की बनिस्बत 22 गुना करीब आया था और इसी समय अंतरिक्ष यान के उपरकणों को पृथ्वी की तरफ मोड़ा गया था।

उपग्रह से प्राप्त आंकड़ों में मारिया और जोस तूफान देखने को मिले और इसके वर्णक्रमदर्शी का इस्तेमाल, प्रकाश के विश्लेषण के आधार पर, वायुमंडल में उपस्थित गैसों का पता लगाने के लिए किया गया। मीथेन, ऑक्सीजन, और ओज़ोन की जो मात्रा पृथ्वी के वायुमंडल में देखी गई वह किसी जीवन-रहित ग्रह पर अपेक्षित मात्रा की तुलना में अधिक थी। टीम ने ल्यूनर एंड प्लेनेटरी साइंस कॉन्फ्रेंस में रिपोर्ट किया है कि इसका मतलब है कि ये यौगिक जैविक क्रियाओं के परिणामस्वरूप बन रहे हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि पृथ्वी के भूभाग दृश्य प्रकाश का अवशोषण कर रहे हैं जो प्रकाश संश्लेषण का संकेत है।

गैलिलियो (1990) की तुलना में OSIRIS-REx के आंकड़ों में मीथेन और कार्बन डाईऑक्साइड का स्तर क्रमश: 12 और 14 प्रतिशत अधिक था। लॉरेटा के मुताबिक मीथेन और कार्बन डाईऑक्साइड के स्तर में बढ़ोतरी कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि 27 साल पहले 2 अरब लोग कम थे और प्रदूषण के स्रोत भी कम थे।

अन्य वैज्ञानिकों का भी मानना है कि OSIRIS-REx के ये अवलोकन महत्वपूर्ण हैं कि एक रहने लायक सजीव ग्रह दूर से कैसा दिखता है। इस मिशन से मिली तस्वीरें और वर्णक्रम सम्बंधी सूचनाएं सौर मंडल से बाहर ग्रहों पर जीवन की खोज के लिए कई संभावनाएं उजागर करती हैं किंतु गैलीलियो टीम का कहना है कि मात्र इनके आधार पर जीवन की खोज करने में सावधानी बरतनी चाहिए। इससे पहले कि हम इन आधारों पर किसी ग्रह पर जीवन की संभावना को स्वीकार करें, यह देख लेना चाहिए कि ऐसे ही आंकड़े किन अन्य वजहों से भी मिल सकते हैं। (स्रोत फीचर्स)