लगभग 79 ईस्वीं में लुढ़कती चट्टानों, राख और गैस ने इटली के छोटे से गांव पोम्पेई को राख से ढंके मकबरे में तबदील कर दिया था। अब, शोधकर्ताओं ने इस तबाही में मारे गए एक व्यक्ति के संपूर्ण जीनोम को अनुक्रमित कर लिया है, जो पोम्पेई की अंत हो चुकी आबादी के बारे में नई आनुवंशिक जानकरी देता है।
वैज्ञानिकों ने 1910 की खुदाई के दौरान पोम्पेई से मिले एक पुरुष और एक महिला के कंकालों का अध्ययन किया है। यह युगल हाउस ऑफ दी क्राफ्ट्समैन के नाम से जाने जाने वाले आवास के अंदर एक काउच पर टिका हुआ मिला था।
शोधकर्ताओं ने उनकी अंदरुनी कान की हड्डियों से प्राचीन डीएनए ढूंढा। ये हड्डियां डीएनए को संरक्षित रखने के लिए जानी जाती हैं। लेकिन वे केवल पुरुष की हड्डी से ही संपूर्ण जीनोम प्राप्त करने में सफल रहे।
वैज्ञानिकों ने उसके जीनोम की तुलना पूरे युरेशिया के सैकड़ों अन्य प्राचीन और आधुनिक लोगों के जीनोम से की। शोधकर्ताओं ने साइंटिफिक रिपोर्ट्स में बताया है कि यह पुरुष आज के मध्य इटली और सार्डिनिया में रहने वाले लोगों का निकट सम्बंधी था। शोधकर्ताओं का कहना है कि उसका मध्य इतालवी वंश से सम्बंध मिलना कोई नई बात नहीं है, लेकिन उसकी सार्डिनियन विरासत प्राचीन रोमन लोगों के प्रकाशित जीनोम में पहले कभी नहीं देखी गई है।
पुरुष के अवशेषों में शोधकर्ताओं को तपेदिक (टीबी) के लिए ज़िम्मेदार बैक्टीरिया का डीएनए भी मिला है। इससे लगता है कि वह मरने से पहले इस श्वसन रोग से संक्रमित था। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं थी क्योंकि इतिहासज्ञ और वैज्ञानिक लंबे समय से जानते हैं कि उस समय टीबी आम बात थी। बहरहाल, शोधकर्ताओं का कहना है कि यह अध्ययन भविष्य में आनुवंशिक अध्ययनों का मार्ग प्रशस्त करेगा जिससे प्राचीन पोम्पेई लोगों के जीवन की अधिक संपूर्ण तस्वीर पेश हो सकेगी। (स्रोत फीचर्स)