Read entire magazineDownload magazine

भूलभुलैया 
चित्र: कनक शशि

दिए गए कई रास्तों में से सही रास्ते का पता लगाओ।

भले भेड़िये – चन्दन यादव
चित्र: प्रशान्त सोनी
भेड़ियों को अपने से परे एक अनोखा जानवर मिलता है। उसकी जान खतरे में देख वो उसे बचाने की भरसक कोशिश करते हैं। चलो देखते हैं इस कोशिश में वो कितने कामयाब होते हैं।

कोरोना से हुए जंगली जानवर खुश – रोहन चक्रवर्ती
कोरोना वायरस का असर ना सिर्फ लोगों की सेहत पर, बल्कि पृथ्वी की सेहत पर भी हुआ है। उसी असर को दिखाया है रोहन ने इस कॉमिक में।

नया कोरोना वायरस कहाँ से आया?
इक्कीसवीं सदी की रफ्तार भरी ज़िन्दगी को आखिरकार एक वायरस के चलते अपनी रफ्तार रोकनी पड़ी। ये वायरस आया कहाँ से, चलो जानते हैं।

आम का पना – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
चित्र: शुभम लखेरा
मीठा है खट्टा है, कुछ-कुछ नमकीन
पी लो तो तबीयत, हो जाए रंगीन
आम का पना है यह, आम का पना।...

नेमप्लेट – मुकेश मालवीय
घर की नेमप्लेट भी अपने आप में कितना कुछ कहती है। गाँव के एक घर की यह नेमप्लेट तो कई यादों और कहानियों का पिटारा है। इसी नेमप्लेट का एक छोटा-सा किस्सा है ये।

गाय की पेशाब से बिजली – के आर शर्मा
पेशाब से बिजली? सुनने में अजीब लगता है न? पर क्या यह सच है? जानने के लिए यह लेख पढ़ो।

क्यों-क्यों
इस बार का सवाल था ‘तुमने कई फिल्में देखी होंगी। ऐसी कौन-सी फिल्म है जिसका अन्त तुम्हें बिलकुल अच्छा नहीं लगा और क्यों?’ कई बच्चों के मज़ेदार जवाब तुम यहाँ पढ़ सकते हो।

किट्टू उड़नछू! – हर्षिका उदासी
चित्र: लावण्या नायडू

दिनभर का थका-हारा माधव रंजीत के ढाबे में चाय पीने के लिए रुकता है। माधव और भैरो दोनों कल की हुई घटनाओं के बारे में एक-दूसरे को बताते हैं। भैरो रंजीत को फोन करता है और फिर रंजीत सिंह के साथ किट्टू का परिवार और बाकी सब निकल पड़ते हैं माधव के पीछे-पीछे जनवार की ओर।

बड़ा ज़ुकाम हुआ नन्दू को – रामनरेश त्रिपाठी
बहुत ज़ुकाम हुआ नन्दू को
बहुत ज़ुकाम हुआ नन्दू को
एक रोज़ वह इतना छींका
इतना छींका...

काँव-काँव – नेचर कॉन्ज़र्वेशन फाउण्डेशन
इस बार पढ़ो कौओं के बारे में कुछ मज़ेदार बातें।

भालू की मदद – पवन गुर्जर
चित्र: आयुषी खण्डेलवाल
भालू व बन्दरों की खट्टी-मीठी दोस्ती की कहानी।

पक्की दोस्ती – मुदित श्रीवास्तव
चित्र: हबीब अली
स्कूल के दोस्तों की हमारे जीवन में एक अलग ही जगह होती है। इनमें से कुछ दोस्त हमारे साथ ज़िन्दगी भर रहते हैं और कुछ समय के साथ पीछे छूट जाते हैं। लेकिन इनकी यादें हमेशा हमारे साथ रहती हैं। यह कहानी भी ऐसे ही एक दोस्त की है।

तुम भी जानो
इस बार जानो सबसे बड़ा जहाज़, आसमान में उल्का बौछार और जलपरी के बारे में।

तुम्हारा घर सिर्फ तुम्हारा नहीं – मैथ्यू ऐलन बर्टोन
अगर हम कहें कि तुम्हारे घर में परिवार वालों के अलावा और भी कोई रहता है,  तो डरना मत। कौन हैं ये, जानने के लिए यह लेख पढ़ो।

मेरा पन्ना
वाकये – मेरा तोता, मेरी नई पहल और स्कूल के सामने की घटना
कविता – प्रकृति ही तो है
और कुछ मज़ेदार रंगीन चित्र।

माथापच्ची
कुछ मज़ेदार सवाल और पहेलियों के साथ इस बार की माथापच्ची।

चित्रपहेली
चित्रों में दिए गए क्लू के बारे में सोचो और चित्रपहेली सुलझाओ।

तीन हज़ार पुराना शव बोला
अगर कोई कहे कि हम मरे हुए लोगों की आवाज़ सुन सकते हैं, तो डर लगना तो लाज़िमी है। पर यहाँ डरने की कोई बात नहीं है। यह तो बस विज्ञान का कमाल है। कैसे? पढ़कर जानो।

बागीचे में आए बन्दर – हर्षवर्धन कुमार
चित्र: सुविधा मिस्त्री
उस दिन सुबह जब बागीचे में
देखे मैंने पेड़ों पर बन्दर।
इधर उधर वे कूद रहे थे,
खाने को फल...