हाल ही में जैव रसायनयज्ञों ने मस्तिष्क में ऐसे रसायन खोजे हैं जो तथाकथित किलर मधुमक्खियों को उग्र बनाते हैं। शोधकर्ताओं का ख्याल है कि ये रसायन अन्य जानवरों में भी आक्रामकता पैदा कर सकते हैं। ऐसा फल मक्खियों और चूहों में देखा भी जा चुका है।

वैसे तो मधुमक्खियां इलाका बांधने वाले जीव हैं जो अपने छत्ते की रक्षा के लिए अंत तक लड़ सकते हैं। लेकिन दब्बू यूरोपीय और अधिक आक्रामक अफ्रीकी रिश्तेदार का संकर उन्हें विशेष रूप से आक्रामक बनाता है। 1950 के दशक में अफ्रीकी मधुमक्खियों को ब्रााज़ील में आयात करने के बाद यह संकर उभरा। 1980 के दशक तक वे उत्तर में संयुक्त राज्य अमेरिका में फैलते गए और रास्ते में निवासी मधुमक्खियों को भी खत्म करते गए। इस दौरान 1000 से ज़्यादा लोग भी मारे गए।

मधुमक्खियों के इस उग्र बर्ताव को समझने के लिए साओ पौलो राज्य विश्वविद्यालय, ब्राज़ील के जैव रसायनयज्ञ मारियो पालमा ने एक प्रयोग किया। इस प्रयोग में उनके साथियों ने एक काले चमड़े की गेंद को अफ्रीकीकृत मधुमक्खियों के छत्ते के सामने लुढ़काया, तो कुछ मधुमक्खियों ने उस पर हमला किया। इसके बाद उन्होंने छत्ते की उन मधुमक्खियों को अलग से इकठ्ठा किया जिनके डंक हमले के दौरान गेंद में फंस गए थे। जो मधुमक्खियां छत्ते में ही बैठी रही थीं, उन्हें भी अलग से इकट्ठा किया गया।

दोनों प्रकार की मधुमक्खियों को फ्रीज़ करके उनके दिमाग की पतली-पतली स्लाइसें काट कर एक परिष्कृत तकनीक से प्रोटीन का विश्लेषण किया और यह भी पता लगाया कि कोई प्रोटीन दिमाग के किस भाग में उपस्थित था। इस जांच से पता चला कि आक्रामक मधुमक्खियों के दिमाग में दो ऐसे प्रोटीन पाए जाते हैं जो टूटकर न्यूरोपेप्टाइड में परिवर्तित हो जाते हैं।   

यह बात तो पहले से मालूम थी कि मधुमक्खियों के दिमाग में ये दो प्रोटीन होते हैं लेकिन यह आश्चर्य की बात है कि कैसे ये अविलंब न्यूरोपेप्टाइड में टूट जाते हैं। हमला न करने वाली मधुमक्खियों में न्यूरोपेप्टाइड बनते नहीं देखा गया, लेकिन जब पालमा की टीम ने ये अणु युवा, कम आक्रामक मधुमक्खियों में इंजेक्ट किए तो उनमें भी अन्य की तरह आक्रामक लक्षण देखे गए।    

शोधकर्ताओं के अनुसार ये अणु अन्य कीटों में भी पाए गए हैं, जो उनके भोजन ग्रहण और पाचन को नियंत्रित करते हैं। किंतु आज तक आक्रामकता से इनका सम्बंध नहीं देखा गया था। पालमा की टीम इन अवलोकनों को देखते हुए उम्मीद कर रही है कि भविष्य में किलर मधुमक्खियों से बचने का कोई उपाय निकाल लेंगे। (स्रोत फीचर्स)