जॉनसन एंड जॉनसन नामक कंपनी अपने मरीज़ों को बता रही है कि उसे पता चला है कि उसके द्वारा बेचे जाने वाले इंसुलिन पंप को हैक किया जा सकता है। हैक करने का मतलब होता है किसी अन्य व्यक्ति द्वारा उस उपकरण या प्रक्रिया पर नियंत्रण स्थापित कर लेना और उसे अपनी मर्ज़ी से चलाना।
इंसुलिन पंप एक उपकरण होता है जिसे व्यक्ति के शरीर में फिट कर दिया जाता है और व्यक्ति एक रिमोट के ज़रिए उसे चला सकता है। इसी रिमोट से व्यक्ति पंप को आदेश देता है कि कितनी इंसुलिन शरीर में छोड़ना है। गौरतलब है कि प्रथम प्रकार के मधुमेह मरीज़ों को शरीर में इंसुलिन की मात्रा पर नज़र रखना होती है और समय-समय पर इंसुलिन लेना होता है। इंसुलिन वह हारमोन है जो कोशिकाओं द्वारा ग्लूकोज़ के अवशोषण को नियंत्रित करता है। व्यक्ति को ज़्यादा इंसुलिन दे दिया जाए तो जानलेवा साबित हो सकता है।

कंपनी ने चेतावनी दी है कि मरीज़ से 25 फीट की दूरी तक बैठा कोई अन्य व्यक्ति इस रिमोट को नियंत्रित कर सकता है और इंसुलिन की मात्रा को घटा-बढ़ा सकता है। इसी को हैकिंग कहते हैं। वैसे कंपनी का कहना है कि इस तरह के हैकिंग की आशंका बहुत कम है मगर सायबर सुरक्षा में शोध करने वाली एक कंपनी रेपिड7इंक में कार्यरत जे रेडक्लिफ ने बताया है कि उन्होंने ऐसे तरीके पहचाने हैं जिनसे इस उपकरण को हैक किया जा सकता है। इसका मुख्य कारण यह है कि रिमोट और इंलुलिन पंप के बीच जो संदेश प्रसारित होते हैं उन्हें कूटबद्ध यानी एनक्रिप्ट नहीं किया गया है।
यह पहली बार है कि चिकित्सा उपकरणों में हैकिंग की संभावना व्यक्त की गई है। वैसे कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ भी इस तरह की संभावना सामने आई है। जैसे, हाल ही में एक सायबर सुरक्षा कंपनी ने आरोप लगाया था कि सेंट ज्यूड मेडिकल इंक द्वारा बनाए व बेचे जाने वाले हृदय में लगने वाले एक उपकरण को भी हैक किया जा सकता है। कंपनी ने तो इन आरोपों को मिथ्या बताया था मगर यूएस के खाद्य व औषधि प्रशासन ने तहकीकात करके ऐसे उपकरणों के सम्बंध में दिशानिर्देशों का मसौदा जारी किया है। इसमें सबसे पहले यह कहा गया है कि ऐसे उपकरण बनाने वाली कंपनियों को सायबर सुरक्षा के विशेषज्ञों को जोड़ना चाहिए ताकि जोखिम को कम से कम किया जा सके और मरीज़ों को चेतावनी दी जा सके तथा समस्या से निपटने के तरीके बताए जा सकें।

वैसे जॉनसन एंड जॉनसन अपने उपकरण में सुधार के कदम उठा रहा है। उदाहरण के लिए, उपकरण में इंसुलिन की अधिकतम खुराक की सीमा तय करना एक कदम है। शायद वायरलेस रिमोट को भी तिलांजलि दे दी जाएगी। (स्रोत फीचर्स)