आम तौर पर जलीय स्तनधारी जीव ज़मीन पर रहने वाले सम्बंधित जीवों से आकार में बड़े होते हैं। उदाहरण के लिए, समुद्री शेर (sea lion) अपने करीबी जीव भालू से आकार में दुगना होता है। दरियाई घोड़ा (sea cow) बिल्ली के आकार के अपने करीबी हायरेक्स से लगभग 500 किलोग्राम अधिक वज़नी होता है।

इसका कारण क्या है? इस बात का पता करने के लिए शोधकर्ताओं ने चार अलग-अलग विकास-क्रम में विकसित हुए समुद्री जीवों के आकार का अध्ययन किया। इसके अंतर्गत समुद्री जीवों और उनके थलचर सम्बंधियों के अलग-अलग विकास मार्ग पर चल पड़ने के शुरुआती समय से लेकर अब तक की लगभग 4000 जीवित और 3000 जीवाश्म प्रजातियों को शामिल किया गया था। प्रोसीडिंग्स ऑफ दी नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज़ में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार 6 करोड़ या उससे भी अधिक वर्ष पूर्व जलीय जीवन शुरू करने के बाद से ही ये समुद्री स्तनधारी आकार में लगातार बड़े होते गए। दूसरी ओर, ज़मीन पर रहने वाली उनकी करीबी प्रजातियों ने किसी विशेष आकार की ओर प्रवृत्ति नहीं दिखाई। 

वैज्ञानिकों का मानना है कि गर्म खून वाले जानवरों का छोटे आकार के शरीर के साथ ठंडे समुद्र में जीवित रह पाना बहुत मुश्किल है। शरीर में उत्पन्न गर्मी की मात्रा शरीर में मौजूद कोशिकाओं की संख्या पर निर्भर करती है। छोटे जानवरों में पर्याप्त कोशिकाएं नहीं होतीं कि वे पानी में गर्मी गंवा देने के बाद उसकी क्षतिपूर्ति कर पाएं। छोटा शरीर होने का मतलब है कि शरीर के आयतन की तुलना में गर्मी खोने वाली त्वचा या सतह का क्षेत्रफल अधिक होता है। इसका मतलब है कि ठंडे समुद्र में आकार में बड़ा होना ही बेहतर है।
निश्चित तौर पर किसी भी जीव की आकार में बड़े होने की भी एक सीमा होती है। किसी भी जीव का अधिकतम आकार आम तौर पर उसके खाने की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। (स्रोत फीचर्स)