अगर आपके घर में पालतू कुत्ता है तो आपको मालूम होगा कि वे कितने वफादार और दोस्ताना होते हैं। आपके घर पहुंचते ही आपके आगे-पीछे मंडराते रहते हैं जब तब कि आप उन्हें प्यार से सहला न लें। वैज्ञानिकों ने इस प्यार का आनुवंशिक आधार ढूंढने का दावा किया है। कुछ मनुष्य आनुवंशिक परिवर्तन के चलते ज़्यादा दोस्ताना होते हैं। अब वैज्ञानिकों ने कुत्तों में भी इस तरह के परिवर्तन देखे हैं जो संभवत: उन्हें भेड़ियों की अपेक्षा ज़्यादा दोस्ताना बनाते हैं।

अध्ययन से लगता है कि कुत्ते के व्यवहार का सम्बंध आनुवंशिकी से हो सकता है और इसके ज़रिए मनुष्य के व्यवहार को भी ज़्यादा बेहतर तरीके से समझा जा सकता है। यह कहना है स्वीडन स्थित लिंकोपिंग युनिवर्सिटी के व्यवहार आनुवंशिकीविद पेर जेन्सन का।
पिछले कुछ दशकों में आनुवंशिकीविदों ने कुत्तों में पाए जाने वाले लक्षणों, जैसे आकार और फर में भिन्नता में डीएनए की भूमिका देखी है। कुछ डीएनए व्यक्तित्व से जुड़े लगते हैं। एक और अध्ययन से पता चला है कि मनुष्य और कुत्ते एक-दूसरे को देखकर भी रिश्ता बना लेते हैं। लेकिन कुछ ही अध्ययनों में विशिष्ट जीन के कारण खास तरह के व्यवहार के बारे में पता चला है।

कुछ साल पहले कॉर्वलिस स्थित ओरेगॉन स्टेट युनिवर्सिटी के जंतु व्यवहार विशेषज्ञ मोनिक उडेल और प्रिन्सटन युनिवर्सिटी की आनुवंशिकीविद ब्रिाजेट वॉनहॉल्ट ने जीन्स को व्यवहार के साथ जोड़कर देखा तो पाया कि कुत्तों को पालतू बनाने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। गौरतलब है कि कुत्ते भेड़ियों की बजाय ज़्यादा सामाजिक होते हैं। इसे जांचने के लिए शोधकर्ताओं ने 18 कुत्तों (कुछ शुद्ध नस्ल और कुछ मिश्रित नस्ल के) और इंडियाना में स्थित रिसर्च एंड एजुकेशन इंस्टिट्यूटके बंदी भेड़ियों की तुलना की। देखा गया कि भेड़ियों की तुलना में कुत्ते ज़्यादा दोस्ताना व्यवहार प्रदर्शित करते हैं जबकि इन भेड़ियों को मनुष्यों द्वारा पाला गया था।

शोधकर्ताओं ने मनुष्यों में विकास-सम्बंधी विकार विलियम-ब्यूरेन सिंड्रोम ग्रस्त लोगों को देखा तो पाया कि इस विकार से ग्रसित व्यक्ति ज़्यादा भरोसेमंद और दोस्ताना हो जाता है। यह विकार गुणसूत्र 7 के एक हिस्से में नुकसान होने से होता है। वॉनहॉल्ट का कहना है कि कुत्तों में यही क्षेत्र गुणसूत्र 6 पर पाया जाता है जो उनके काटने वाले दांतों के विकास में महत्वपूर्ण होता है। वॉनहॉल्ट देखना चाहती थीं कि क्या यही डीएनए कुत्तों को दोस्ताना बनाने के लिए ज़िम्मेदार है।

साइंस एडवांसेस में प्रकाशित रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने बताया कि कुत्तों और भेड़ियों में भी इस तरह की डीएनए क्षति उन्हें सामाजिक बनाती है लेकिन कुत्ते ज़्यादा सामाजिक बनते हैं बजाय भेड़ियों के। वॉनहॉल्ट का कहना है कि अभी इस निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले शुद्ध नस्ल के कुत्तों पर और अध्ययन करना बाकी है। अन्य वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह के अध्ययन ज़्यादा जंतुओं पर किए जाएं तभी दोस्ताना व्यवहार पर नया प्रकाश डाल सकते हैं। (स्रोत फीचर्स)