नवनीत कुमार गुप्ता

भारत विश्व के उन 13 देशों में शामिल है जहां बाघ पाए जाते हैं। भारत में बाघों की संख्या विश्वके किसी भी देश से अधिक है। बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु है जिसे अंग्रेज़ी में टाइगर और संस्कृत में व्याघ्र कहते हैं।
बाघ वन्य आहार शृंखला की महत्वपूर्ण कड़ी होने के साथ ही पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य का भी प्रतीक है। बाघों की उपस्थिति किसी भी जंगल के संरक्षण की निशानी होती है। बाघ वैज्ञानिक, आर्थिक, सौन्दर्य, और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्व का जीव है। इसलिए इसका संरक्षण अत्यंत आवश्यक है।
संरक्षण की दृष्टि से बाघों की सही संख्या का पता होना अति आवश्यक है। इसलिए हमारे देश में समय-समय पर बाघों को गिना जाता है। इंसानों की जनगणना की बात करें तो उसमें घर-घर जाकर आंकड़े जुटाए जाते हैं। लेकिन जंगली जानवरों की गणना के लिए उनके पास जाने का जोखिम नहीं उठाया जाता। इसके लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का सहारा लिया जाता है।

बाघों की गणना करने की कई विधियां हैं। इनमें से एक विधि है कैमरा ट्रैप सर्वेक्षण विधि। इस विधि में जंगल में बाघों द्वारा उपयोग किए जा रहे रास्तों पर सैकड़ों संवेदनशील कैमरे लगा दिए जाते हैं। जब कोई बाघ कैमरे की रेंज में आता है तो सेंसर आधारित ये कैमरे उसकी तस्वीरें खींच लेते हैं। हालांकि कभी-कभार ऐसा भी होता है कि किसी क्षेत्र में बाघ का फोटो खींचे जाने के बाद वह अन्य क्षेत्र में चला जाता है और वहां भी उसकी तस्वीर खींच ली जाती है। ऐसे में दोहराव की संभावना रहती है। इससे बचने के लिए बाघ की धारियों के पैटर्न की सहायता ली जाती है। हर बाघ की धारियां हमारे फिंगरप्रिंट के समान अलग-अलग होती हैं। इससे बाघ की पहचान की जा सकती है। इस प्रकार धारियों के आधार पर दोनों क्षेत्रों में ली गई तस्वीरों का मिलान किया जाता है, जिससे एक बाघ की दो बार गिनती होने की संभावना नहीं रहती। धारियों के पैटर्न की पहचान करने के लिए कई सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं। हमारे देश में मुख्यतया वाइल्ड-आईडी नामक सॉफ्टवेयर का उपयोग किया गया है।

कैमरों से बाघों की गणना करने में जिन स्थानों पर परेशानी आती है, और जहां बाघों का घनत्व कम होता है, वहां डीएनए फिंगर प्रिंटिंग तकनीक का अधिक उपयोग किया जाता है। डीएनए फिंगर प्रिंटिंग तकनीक में बाघों को उनके मल से पहचाना जा सकता है। इसके साथ ही बाघों के पंजों के निशानों से भी बाघ की संख्या की गणना की जाती है। (स्रोत फीचर्स)