पृथ्वी के तकरीबन 1 लाख 98 हज़ार हिमनद यानी ग्लेशियर्स में से एक-चौथाई हिमालय में हैं। हिमालय दुनिया की दस सर्वोच्च पर्वत चोटियों के लिए मशहूर है। और यह क्षेत्र जलवायु परिवर्तन का असर झेल रहा है। वायुमंडल के तापमान में वृद्धि के चलते हिमालय के कई हिमनद पीछे खिसक रहे हैं यानी उनके क्षेत्रफल व आयतन दोनों में कमी आ रही है। एक ताज़ा अध्ययन में हिमनदों के पीछे खिसकने को लेकर एक पैटर्न देखा गया है जो चिंताजनक है।
हिमालयी हिमनदों का यह अध्ययन लीड्स विश्वविद्यालय के हिमनद विशेषज्ञ ओवेन किंग ने किया है और इसके परिणाम शोध पत्रिका क्रायोस्फीयर में प्रकाशित हुए हैं। किंग का कहना है कि हिमनदों में बर्फ की कमी मूलत: दो कारणों से आ रही है। एक तो यह है कि इस क्षेत्र में हिमपात कम होने लगा है और दूसरा यह है कि हवा के औसत तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है।

किंग ने अपने अध्ययन में हिमालय में एवरेस्ट के आसपास के 32 हिमनदों का अध्ययन किया है। उनको यह पैटर्न नज़र आया है कि जो हिमनद किसी झील में जाकर समाप्त होते हैं उनमें बर्फ का ह्रास ज़्यादा हुआ बनिस्बत उन हिमनदों के जो ज़मीन से जुड़ जाते हैं।
झील से लगे हिमनदों का ज़्यादा तेज़ी से पिघलना चिंताजनक इसलिए है क्योंकि इस तरह बनी झीलें प्राय: अस्थिर होती हैं। उनके पानी को रोककर रखने वाली दीवारें कच्ची होती हैं और पानी का दबाव बढ़ने पर ये कभी-कभी ढह सकती हैं।
ऐसा ही नज़ारा 1985 में सामने आया था जब डिगत्शो में निर्मित हिमनद झील के मलबे से बने किनारे फूट गए थे और अचानक लाखों घन मीटर पानी नेपाल के घाट गांव में भर गया था। इसकी वजह से आई बाढ़ ने रास्ते में आने वाले सारे घरों, पुलों और सड़कों को तबाह कर दिया था और एक नवनिर्मित पनबिजली संयंत्र भी इस सैलाब की चपेट में आ गया था। इस तरह के हादसों से बचाव के लिए नेपाल सरकार अब हर वर्ष इम्जात्शो झील को थोड़ा खाली करके रखती है। यह नेपाल में सबसे तेज़ी से बढ़ती झील है जो पिघलते हिमनद के पानी से बनी है।

अध्ययन में उपग्रहों से प्राप्त आंकड़ों का उपयोग किया गया है। टीम ने पाया कि जो हिमनद किसी झील से जुड़े हैं उनमें बर्फ का वार्षिक ह्रास अन्य हिमनदों की अपेक्षा 32 प्रतिशत ज़्यादा हुआ है। ऐसे हिमनदों की ऊंचाई और क्षेत्रफल दोनों में कमी देखी गई।
वैसे सब हिमनद विशेषज्ञ सहमत नहीं हैं मगर किंग का मत है कि झील का पानी हिमनदों को नीचे-नीचे काटता है जिसकी वजह से उनका बर्फ ज़्यादा तेज़ी से कम होता है। (स्रोत फीचर्स)